श्रमण संस्कृति एवं वैदिक संस्कृति के धर्मगुरूओं का हुआ मिलन


उज्जैन से विहार कर निकले आचार्य विशुध्दसागर महाराज के शिष्यों का संत अभिरामदास महाराज से हुआ मिलन
उज्जैन। नमकमंडी दिगंबर जैन मंदिर के कलाशारोहण समारोह को सानिध्य प्रदान कर उज्जैन से विहार करने वाले आचार्य विशुध्दसागर महाराज के शिष्य मुनिश्री प्रणुतसागर, मुनिश्री संपूर्णसागर, मुनिश्री साध्यसागर महाराज का गुना हेतु विहार करते समय बीनागंज और गुना के रास्ते पर हनुमान मंदिर आश्रम में विराजित वैदिक संस्कृति के महान संत अभिरामदासजी महाराज से मिलन हुआ। दो विभिन्न संस्कृति श्रमण संस्कृति और वैदिक (ब्राह्मण) संस्कृति के दो बड़े धर्मगुरूओं के मिलन के अवसर पर उज्जैन, इंदौर, बीनागंज के जैन समाज के साथ ही महंत अभिरामदासजी महाराज के बीनागंज तथा अन्य स्थानों से पधारे भक्त मिलन के साक्षी बने।
नमकमंडी दिगंबर जैन मंदिर ट्रस्ट सचिव अनिल गंगवाल के अनुसार उज्जैन के दिगंबर जैन समाज गुना तक के महाराजश्री के विहार कार्यक्रम को संपन्न करा रही है। मुनिश्री मक्सी, शाजापुर, सारंगपुर, ब्यावरा होते हुए शुक्रवार को बीनागंज पहुंचे यहां रात्रि विश्राम मुनि सुधासागर महाराज के सानिध्य में बनने वाले तीर्थ सुभोदय तीर्थ पर हुआ। वहां से विहार दौरान मुनिश्री का मिलन संत अभिरामदास महाराज से हुआ। दोनों संतों ने मिलन के दौरान वात्सल्य भाव से एकदूसरे का अभिवादन व दोनों संस्कृतियों पर चर्चा करते हुए कहा कि विभिन्न संस्कृतियों के माध्यम से सभी धार्मिक क्रियाओं में लगे हैं, पर इन सबसे उपर उठकर मानव जाति व विश्व कल्याण की भावना रखते हुए सोचने का वक्त आ गया है। दोनों ने अपने मिलन के दौरान उपस्थित जनसमुदाय को अपने उद्बोधन से कृतार्थ किया। दोनों ने अपनी-अपनी संस्कृति के शास्त्र एक दूसरे को भेंट किये। दोनों संतोंके जयकारे एक साथ लगे। इसके पश्चात मुनिश्री का गुना के लिए विहार हुआ। 17 दिसंबर को मुनिश्री का गुना में मंगल प्रवेश होगा जहां से मुनिश्री सोनागिरी के लिए रवाना होंगे। यहां आचार्य विशुध्दसागर महाराज जो मुनिसंघ के गुरू हैं वे सोनागिरी में विराजमान रहेंगे, ऐसे में गुरू का शिष्यों से एक जनवरी को मिलन होगा। इसके पश्चात आचार्य भगवंत विशुध्दसागर के सानिध्य में उनके सभी शिष्यों के साथ सम्मेद शिखरजी यात्रा के लिए प्रस्थान होगा। ज्ञातव्य रहे कि मुनिश्री पैदल विहार करते हैं, लगभग 3 या 4 माह में संपूर्ण संघ शिखरजी पहुंचेगा। शनिवार को बीनागंज से गुना विहार में उज्जैन जैन समाज से अनिल गंगवाल, सत्येंद्र जैन, दिलीप कासलीवाल, ललित जैन, इंदौर से महेन्द्र पाटनी के साथ ही बड़ी संख्या में समाजजन मौजूद थे।